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सेवा, समर्पण और संकल्प के संग - कृष्ण भगवान सोनी

(कृष्णा सोनी)

सभी धर्मों का सम्मान, हर जाति-वर्ग का ध्यान

हाजीपुर का बेटा, कृष्ण भगवान ।

हाजीपुर का बेटा, कृष्ण भगवान ।

मैं हाजीपुर के प्रत्येक नागरिक की सेवा एवं उज्ज्वल भविष्य के लिए दृढ़ संकल्पित हूँ। आइए, मिलकर एक समरस और समृद्ध समाज की नींव रखें ।

10000+

50+

व्यापारी वर्ग के विरुद्ध अपराधों को लेकर विशाल धरना प्रदर्शन एवं व्यापारी वर्ग के अधिकारों की रक्षा के लिए दो दशकों से सक्रिय।

विधानसभा क्षेत्र हाजीपुर के अंतर्गत लगभग सभी सरकारी विद्यालयों में निःशुल्क पठन-पाठन सामग्रियों जैसे- किताब, कॉपी, कलम, स्कूल बैग, स्कूल ड्रेस इत्यादि का वितरण किया

30000+

लोगों को हाजीपुर में एकजुट करते हुए ऐतिहासिक सामाजिक महासम्मेलन का नेतृत्व

भोर का पहला तारा है, परिवर्तन का नारा है ।

Join me in shaping a better future for Hazipur through dedicated service and community engagement.

खेल भावना से समाज का निर्माण

कृष्ण भगवान के नेतृत्व में हाजीपुर में कई स्थानीय और जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है। इन प्रतियोगिताओं में क्रिकेट, फुटबॉल, कबड्डी और अन्य खेलों को शामिल किया गया है जिससे युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है।

शिक्षा हर बच्चे का अधिकार, हम हैं इसके लिए तैयार!

हाजीपुर विधानसभा के लगभग सभी सरकारी विद्यालयों में मुफ्त पठन पाठन की सामग्रियों का वितरण किया जैसे किताब, कॉपी, कलम, स्कूल बैग, स्कुल ड्रेस इत्यादि ।

Press Coverage

कौशल एवं विशेषताएं

Dedicated to serving the community and making impactful changes.

नेतृत्व क्षमता

छात्र आंदोलनों, सामाजिक आंदोलनों और राजनैतिक प्रचार में प्रभावी नेतृत्व।

संवाद कौशल

जनता के साथ सीधा संवाद करने और उनकी समस्याओं को समझने की क्षमता।

समाजसेवा

शिक्षा, स्वस्थ्य और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में गहरी रूचि और योगदान।

नभ तक गूंजे हुंकार हमारी, अब न रुके कोई तैयारी।
  • पिछले दो दशक से व्यापारियों के विरुद्ध लूटपाट, अपराध एवं हत्याओं को लेकर सरकार और प्रशासन पर दबाव बनाने हेतु अनेक आन्दोलन किये ।

  • 2016 में भारत सरकार के उत्पाद शुल्क (एक्साइज ड्यूटी) विधेयक के खिलाफ 36 दिनों तक आंदोलन किया, तत्कालीन प्रधानमंत्री को उन्हीं के सभा में में उनके सामने ही काला झंडा दिखाने के लिए प्रशासन द्वारा नज़रबंद किया गया ।

  • 2012 में भारत सरकार के समाज विरोधी विधेयक के खिलाफ रेल-रोको आंदोलन में 42 दिनों तक सक्रिय भूमिका।

राहत की नीति से जनकल्याण तक..
  • आमोद अलंकार मेमोरियल फाउंडेशन के तत्वाधान में बाढ़ पीड़ितों के बीच जाकर उनके खाने पीने की सामग्रियों के साथ ही साथ उनको आवश्यकता के अनुसार आर्थिक सहायता भी प्रदान किया ।

  • अग्नि पीड़ितों को अस्थाई झोपड़ी की व्यवस्था एवं राशन की सहायता सुनिश्चित की।

  • ⁠सर्दियों के मौसम में ज़रूरतमंद लोगों के बीच कम्बल एवम अलाव के साथ साथ स्वेटर एवम जैकेट की भी व्यवस्था करवाई गई ।